जब पहली बार मॆने हिन्दी मे ब्लोग लिखने की सुविधा देखी तो मेरी बाछॆ खिल आई , ईस बात का अन्दजा तो मेरे इस ब्लोग से ही आप कॊ लग जायेगा , क्योकि मेरे पास विशय वस्तु न होते हुये भी कीबोर्ड को दबा -दबा कर दुखी कर रहा हू...ऒर साथ मै आपका समय भी खा रहा हू ! पर हिन्दी ओर हिन्दुस्तान के लिये समय क्या आप मेरि तरह जान भी दे सकते है इस बात से अवगत मै कथा आरम्भ करता हू...
हुआ य़ू कि मै अपना कीमती समय ओर्कुटिन्ग के जरिये मित्रॊ मै बाट रहा था ( गूगल बाबा की जय हो॥ओर्कुट की रचना के लिए)॥ जब सारे मित्र ऒफ़लाइन हो कर सय्या का प्रिय हो गये तो ...मेरा समय इन्तर्नेट की भेट चड्ने लगा॥ पर मे उन विद्वानॊ का भी आभार प्रगट करता हू, जो इस मायजाल की रचना करते है ! खासकर गूगल देव की जिन्के जरिए मै इ-पन्डित जी तक पहुचा ऒर फ़िर यहा तक....इ-पन्डित जी आप नाराज न हो , यदि आप न होते तो हमारा यह लेख लिखना भी सम्भव न हो पाता मै आपको नमन करता हू!...
मित्रॊ यह मेरा प्रथम सोपान था जेसा कि आप अवगत है विशय़ वस्तु की कमी के रहते केवल आपका अभिनन्द कर इस ब्लॊग को सम्पन्न करता हू आशा करता हू कि आप मेरे लॆखो का रसास्वादन करने फ़िर पधारेगे........
आपका प्रिय,,
प्रकाश चन्द्र भट्ट ( पीसी)
2 comments:
हिन्दी चिट्ठों के जगत मे आपका स्वागत है |
आजकल हिन्दी लिखा न काफ़ी आसन हो गया है | काफ़ी टूल्स है वेब पर , मे गूगल इंडिक का इस्तेमाल करता हूँ |
अपने चिट्ठों ट्रैफिक के बरे मे जानने के लिए आप http://gostats.in का इस्तेमाल कर सकते है |
यह मुफ्त है |
धन्यवाद ...
.मै इससे पहले दूसरा टूल प्रयोग करता था पर, इसे प्रयोग मै लाने के बाद वो थोड़ा सा कठिन लगता है
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